वर्ण विचार : वर्ण विचार परिभाषा, भेद और उदाहरणहिंदी व्याकरण by Gyan Raja - May 14, 20210वर्ण विचार : वर्ण विचार परिभाषा, भेद और उदाहरण किसी भी भाषा के लिए वर्ण अत्यंत महत्वपूर्ण है। बिना वर्ण के किसी भी भाषा की कल्पना नहीं की जा सकती यह भाषा की मूल इकाई है। भाषा की ध्वनियों को लिखने हेतु उनके लिए कुछ लिपि (चिह्न) का प्रयोग किया जाता है। ध्वनियों के इन्हीँ लिपि (चिह्नों )को ‘वर्ण’ कहा जाता है। यह भाषा की सबसे छोटी इकाई होती है। वर्णमाला उचित कर्म में लिखे गए वर्णो के समूह को वर्णमाला कहते है। सभी भाषाओं की अपनी अपनी वर्णमाला होती है। हिंदी वर्णमाला में मुख्या रूप से अ से ह तक 44 वर्ण है। अंगेजी वर्णमाला में 26 वर्ण है जिन्हे Letters कहते है।हिंदी वर्णमाला को दो भागो में बाँटा जाता है स्वर और व्यंजनस्वर- जिस वर्ण को बिना किसी अन्य वर्ण की सहायता से बोला जाता है उन्हें स्वर कहते हैं। हिंदी भाषा में 11 स्वर है- अ, आ, इ, ई, उ,