लिंग की परिभाषा | लिंग के भेद | लिंग के उदाहरणहिंदी व्याकरण by Gyan Raja - May 19, 20210 लिंग की परिभाषा व्याकरण में शब्दों के जिस रूप से उसके पुरुष या स्त्री जाति से संबंधित होने का बोध होता है, उसे लिंग कहते है। अध्यापक छात्रों को पढ़ा रहे है। अध्यापिका पुस्तक पढ़ रही है। लड़की खाना खा रही है लड़का पत्र लिख रहा है। उपर्युक्त वाक्यों में अध्यापक/अध्यापिका, लड़का/लड़की, रहा है/रही है शब्दों से इनके पुरुष या स्त्री जाति से संबंधित का ज्ञान हो रहा है शब्दों का यही रूप लिंग कहलाता है।लिंग किसे कहते हैंशब्द के जिस रूप से उसके स्त्री जाति या पुरुष जाति के होने का बोध हो, उसे लिंग कहते है।उदाहरण पुरुष जाति में – बैल , बकरा , मोर , मोहन , लड़का , हाथी , शेर , घोडा , दरवाजा , पंखा , कुत्ता , भवन , पिता , भाई आदि।स्त्री जाति में – गाय , बकरी , मोरनी , मोहिनी , लडकी , हथनी , शेरनी , घोड़ी , खिड़की , कुतिया , माता , बहन आदि।लिंग के भेदसंसार में तीन जातियाँ होती हैं – (1) पुरुष , (2) स्त्री , (3) जड़। इन्ही जातियों के आधार पर लिंग के भेद बनाए गये हैं।स्त्रीलिंगपुल्लिंगनपुंसकलिंगपुल्लिंग किसे कहते है?जिस शब्द से पुरुष जाति का बोध हो उसे पुल्लिंग कहते है; जैसे- पिता, घोडा, स्टेशन, नौकर, अख़बार, पेड़, घर आदि।कुछ अन्य पुल्लिंगमहीनो के नाम- जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई, जून, जुलाई, अगस्त, सितम्बर ………………….दिनों के नाम- सोमवार, मंगलवार, बुधवार, वीरवार, शुक्रवार शनिवार रविवारपहाड़ो के नाम- हिमलय, विंध्याचल, अरावली, विंध्य, महेंद्राचल, शुक्तिमान, ऋक्ष, चित्रकूट ………………….ग्रहों के नाम- बुध, मंगल, बृहस्पति …………………. पेड़ों के नाम- आम, नीम, सेब ………………….देशो के नाम- भारत, चीन, जापान, रूस, भूटान ………………….समुद्रों के नाम- लाल सागर, अरब सागर ………………….राज्यों के नाम- आंध्र प्रदेश, बिहार, गोवा, गुजरात , हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश ,जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक ………………….स्त्रीलिंग किसे कहते हैजिस शब्द से स्त्री जाति का बोध हो उसे स्त्रीलिंग कहते है; जैसे लोमड़ी, चिड़िया, मेज, टोकरी, घोड़ी, चाची, नौकरानी आदि।कुछ अन्य स्त्रीलिंगनदियों के नाम- गंगा, गोदावरी, युमना ………………….भाषाओं के नाम- हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, पंजाबी, उर्दू, फ़ारसी, गुजराती ………………….कोमल भावो के नाम- दया, करुणा, साधना ………………….तिथियों के नाम- एकादशी, द्वादशी, त्रयोदश, चतुर्दशी ………………….कुछ प्राणियों के नाम- मक्खी, कोयल, छिपकली …………………. बोलियों के नाम- अवधी, ब्रजभाषा, कन्नौजी, बुंदेली, बघेली, हड़ौती,भोजपुरी, हरयाणवी, राजस्थानी, छत्तीसगढ़ी, मालवीशक्तिसूचक नाम- सेना, पुलिस, समिति …………………लिपियों के नाम- देवनागरी लिपि, रोमन, सिंधु लिपि, ब्राह्मी लिपि, खरोष्ठी लिपि, गुप्त लिपि, शारदा लिपि, नागरी लिपि, कलिंग लिपि1. जिन संज्ञा शब्दों के पीछे ‘ई’, ‘इया’ , ‘आवट’ , ‘आइन’ , ‘इन’ , तथा ‘आनी’ प्रत्यय आता है वे स्त्रीलिंग होते है; जैसे- लड़की, गुड़िया, लिखावट, शत्रुता, जेठानी, धोबिन, सहुआइन आदि।2. कुछ संज्ञा शब्द स्त्री तथा पुरुष के लिए समान रूप में प्रयोग किए जाते है; जैसे- मंत्री , प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, डॉकटर, इंजीनियर, खिलाडी।3. जिन संज्ञा शब्दों के पीछे ‘आ’ , ‘पन’ , ‘पा’ , ‘अक’ तथा ‘न’ प्रत्यय आता है, वे पुल्लिंग होते है; जैसे- बच्चा, बचपन, बुढ़ापा, अध्यापक, जीवन, नवीन आदि।4. कुछ संज्ञा शब्द ऐसे होते है, जिनमे नर या मादा लगाकर पुल्लिंग या स्त्रीलिंग का बोध कराया जाता है; जैसे-नर कौआ —— मादा कौआ नर मच्छर ——– मादा मच्छरनर भालू ——- मादा भालू नर खरगोश ——– मादा खरगोशनपुंसकलिंग किसे कहते हैनिर्जीव वस्तुओ को नपुंसकलिंग की श्रेणी में रखा गया है।जैसे- कुर्सी, किताब आदि।परन्तु जब इन शब्दों का किसी भी वाक्य में प्रयोग किया जाता है तो उसका पुल्लिंग और स्त्रीलिंग में विभेद किया जाना जरुरी होता है।लिंग परिवर्तन के कुछ नियमपुल्लिंग शब्दों में प्रत्यय जोड़कर उनके स्त्रीलिंग रूप बनाए जाते है; जैसे –1. ‘आ’ या ‘ई’ प्रत्यय लगाकर पुल्लिंग स्त्रीलिंग छात्रछात्रापूज्यपूज्यालड़कालड़कीबेटाबेटीसूतसुताअजअजाबकराबकरीनानानानीअध्यक्षअध्यक्षा2. ‘इका’ तथा ‘इन’ प्रत्यय लगाकरपुल्लिंगस्त्रीलिंगनायकनायिकालुहारलुहारिनसुनारसुनारिनलेखकलेखिकासेवकसेविकाकहारकहारिन3. ‘इया’ तथा ‘नी’ प्रत्यय लगाकरपुल्लिंग स्त्रीलिंग बंदरबंदरिया डिब्बाडिबियाशेरशेरनी लोटालुटिया बूढ़ाबुढ़िया ऊँट ऊँटनी चूहाचुहियामास्टरमास्टरनीचोरचोरनीगुडडागुड़ियामोरमोरनी4. ‘मती’ तथा ‘वती’ प्रत्यय लगाकर पुल्लिंगस्त्रीलिंगज्ञानवानज्ञानवतीआयुष्मानआयुष्मतिश्रीमानश्रीमतीगुणवानगुणवती5. ‘आइन’ या ‘आनी’ प्रत्यय लगाकर पुल्लिंगस्त्रीलिंगबाबूबबुआइनजेठजेठानीपंडितपंडिताइनराजपूतराजपूतानीसेठसेठानीलालाललाइननौकरनौकरानीसाहूकारसहुआइनदेवरदेवरानीठाकुरठकुराइन6. कुछ संज्ञा शब्द ऐसे भी होते है, उपर्युक्त नियमो के अनुसार नहीं बदले जाते। ऐसे शब्द लिंग बदलने पर पूरी तरह बदल जाते है।पुल्लिंगस्त्रीलिंगपितामाताभाईभाभीदेवतादेवीनरमादाआदमीऔरतविदवानविदुषी कुछ संज्ञा शब्द ऐसे है, जो इन नियमो के अनुसार नहीं बदले जाते। लिंग बदलने पर वे पूरी तरह बदल जाते है; जैसे पुल्लिंगस्त्रीलिंगभाईबहनविदवानविदुषीराजारानीपितामातापुरुषस्त्रीबैलगायससुरसासयुवकयुवतीवरवधूतो दोस्तों यहा इस पृष्ठ पर लिंग की परिभाषा के बारे में बताया गया है ये आपको कैसा लगा comment करके हमें जरुर बताएं। अगर ये आपको पसंद आया हो तो इस पोस्ट को अपने friends के साथ social media में share जरूर करे। ताकि वे भी लिंग की परिभाषा के बारे में जान सके। और नवीनतम अपडेट के लिए हमारे साथ बने रहे।हिंदी व्याकरण